आओ योग करे - by D.A. Prakash Khandey
आओ योग करे
तन- मन को निरोग बनाने हेतु,
उषा और संध्या वेला में योग करे ।
तन में प्रखर ऊर्जा का संचार करे,
आलस त्याग कर सदा योग करे ।।
स्फूर्ति उत्सर्जित करता है योग,
दीर्घ आयु,शरीर सौष्ठव बनाता है ।
निद्रा दूर कर मुख में आभा लाये,
योग और व्यायाम शक्ति लाता है ।।
पाचन क्रिया प्रबल बनाये योग,
श्वसन तंत्र को मजबूत बनाता है ।
मांसपेशियां नित सुदृढ़ रहता है,
योग तन को सदा सुखी बनाता है ।।
अनुलोम- विलोम को नित अपनाये,
कपालभाति रेचक का अभ्यास करें ।
चक्षु में ज्योति,फेफड़ों में वायु संचार,
योग से निरोग होने का प्रयास करें ।।


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