वो पावन देश हमारा - by Sony Choudhary
वो पावन देश हमारा
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जहाँ त्याग बलिदान समर्पण,
बहे गंगा की निर्मल धारा,
वो पावन देश हमारा,
जहाँ सत्य अहिंसा त्याग प्रेम,
घर घर का है नारा,
वो पावन देश हमारा।
यश गान जिसका संसार में गुंजित,
रक्त में राष्ट्र प्रेम तरंगित,
चरण पखारे जिसकी,
जलधि की अविरल धारा,
वो पावन देश हमारा।
हरियाली खेतों में भरी है,
अन्नपूर्णा की कृपा बड़ी है,
उन्मुक्त गगन में गूंज रहे हैं,
गौरवशाली राष्ट्रगान प्यारा,
वो पावन देश हमारा।
केसरिया रंग साहस देकर,
कण-कण में बल भरता है,
पाठ शान्ति का श्वेत रंग,
हरियाली हरा से निखरता है,
देश की आन तिरंगा प्यारा,
वो पावन देश हमारा।
राम,कृष्ण,बुद्ध,हरिश्चंद्र क,
हवायें भी गाथा गाए।
चाणक्य,अशोक,आर्यभट्ट,
विश्व को कितने पाठ पढ़ाए।
दुनियां को दे सौगात,
न्याय दर्शन का पिटारा,
वो पावन देश हमारा ।
साहित्य सृजन की धरती,
जहाँ भाषाओं की सहचर,
वाणी से प्रस्फुटित होते हैं,
वेद पुराण ग्रंथों के स्वर,
आस्था की घाटों पर नित,
बहती है भक्ति की धारा,
वो पावन देश हमारा ।
- सोनी चौधरी
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