मोम नहीं तुम जवाला हो (माँ दुर्गा पर कविता) - by Abhilasha "Abha" ( Maa Durga, Durga Puja, Dussehra, Navratri )
मोम नहीं तुम जवाला हो,
ये अब तुमको बताना होगा,
पापियों का सर्वनाश करने,
दुर्गा रूप में अवतरित होना होगा।
संकट में घेरे हैं तुम्हारे प्राण,
खुद को दोगी अब तुम त्राण,
तुमसे ही ये सारा संसार,
तुमने ही दिया सृष्टि को ज्ञान।
ममता की मूरत हो तुम,
आंँचल में प्यार समाई हो,
इस नर पिचाशों को मारने,
चंडी बनकर आई तुम।
अब ना सोचो कुछ भी तुम,
बन जाओ मर्दिनी रुपा तुम,
पापियों का पाप जलाने,
मन में जगाओ धधकती ज्वाला तुम।
आशा का विस्तार करो,
अपनी सुरक्षा स्वयं कर,
नर भुजंग से टकराकर,
संसार पर कल्याण करो।
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