हार मत मान - by Laxmi Maurya


राहों में अंधेरा ही सही,

दिल का दीपक जला के चल।


हार मत मान हिम्मत रख,

सफलता का बीज दिल में बोके चल।


आएं लाखों आंधियां गिर फिर संभल,

सफलता की राहों में अपना निशान बनाए चल।


मत खबरा कोई साथ नहीं तेरे,

इस जमीं और आसमां को हमराही बनाते चल।


राहों में चुभेंगे काटें बिना पूछे,

दर्द को सीने से लगा के आगे चल।


हां तुझे बहुत मिलेंगे कहने वाले तू कुछ कर नहीं सकता,

उनकी नाउम्मीदी को हां में बदल के चल।


मत थाम हाथ उनका जो बीच में साथ छोड़ देते है,

खुद को राहों में अपना सच्चा साथी बना के चल।


हां कुछ कदम पे तेरी मंजिल अब पीछे मुड़कर मत देख,

सफलता का परचम लहरा के चल।


Writer:- Laxmi Maurya

From:- Lakhimpur Kheri, U.P. (India)

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