जीवन का लक्ष्य - by Anju Saxena


मानव जीवन का एक मात्र लक्ष्य सफलता ही है। आज हम जो भी अपने चारों ओर किसी भी क्षेत्र मे प्रगति देखते हैं, यह सब मानव की सफलता पाने की एक लम्बी यात्रा का एक विशाल चित्र है। जैसे -जैसे मानव अपनी ज़रूरतों को आकार देता गया, उसकी सफलता के लिए भी अपनी कोशिशों को मज़बूती से पूरी करता गया। सफलता उसके कार्यों की एक मात्र लक्ष्य बनती गई। कार्यों मे जी तोड़ मेहनत करना फिर अपनी कोशिशों को रूप देना और जीवन को सफलता की ओर ले जाना, इसमे इक लंबा अरसा बीता है। सदियाँ ही बीत गईं जो हम आज इस मुक़ाम तक पहुँचे हैं। सफलता ही ने मानव को हर नए काम करने की प्रेरणा दी है, उसे उत्साहित किया है नई दिशाओं को खोजने के लिए। मानव ने अपनी मेहनत से ही जीवन के हर क्षेत्र मे कठनाइयो को पार करते हुए सफलता पाई है। आज की दुनिया जो अनेकों प्रकार की सुविधाओं से भरी हुई है वह मानव की लम्बी कोशिशों और अनेक कठिनाइयों पर विजय प्राप्त करके सफ़ल होने का परिणाम है। सफ़ल होने पर जो मानव को आत्मिक संतोष मिलता है, वही एक कारण है उसका अगले नए कार्यों मे जुट जाने का और उसमे फिर से सफलता पाने का। ईश्वर ने मानव को तीव्र बुद्धी दी है, जिस के द्वारा मानव हिम्मत और मेहनत से जीवन के विभिन्न क्षेत्रों मे सफलता को प्राप्त करता है और जीवन को सरलता से चलाने का नया आयाम निश्चित करता है। मानव सफलता का एक लम्बा सफ़र तय करके आज जीवन को इस स्तर पर ले आया है जहां जीवन जीना बहुत सरल हो गया है। अपनी मेहनत से हर क्षेत्र मे उसने दुनिया को नए -नए तरीक़े दिए हैं जिससे आज हम अपने कार्यों को आसानी से कम समय मे पूरा कर सकें।सफलता ने ही जीवन मे सुगमता को निश्चित किया है। हर क्षेत्र मे मानव के जीवन मे कठिनाइयाँ आई हैं। बड़ी -बड़ी मुश्किलों का उसने धैर्य और हिम्मत से सामना किया है। अपने समये को लगातार उपयोग करते हुए उसने कोशिशें की हैं, तब जाकर उसे सफलता का मधुर फ़ल प्राप्त हुआ है। सफलता का मधुर रसपान करने वाले कोशिशों का खेल खेलते हैं। वही अपने खेल में विजयी होते हैं जो हिम्मत नही हारते और सफलता की जयमाल धारण करते हैं। ईश्वर ने केवल मानव जाती को ही यह वरदान दिया है की वह अपने प्रयत्नो को करते हुए सफलता को पाए और अपने जीवन को सुगम बनाए और उसका सुख भोगे। हज़ारों सालों की कड़ी मेहनत का सफ़र तय करते -करते आज मानव इस मुक़ाम पर पहुँचा है। उसने अपने जीवन को बहुत अधिक सुधारा है। सभी क्षेत्रों चाहें वह ज्ञान -विज्ञान का हो या कृषि का, खेल का हो या स्वास्थ से सम्बंधित, उसने बहुत प्रगति की है। आज मानव को तकनीकी के क्षेत्र मे बहुत अधिक सफलता मिली है। अपनी धरती से निकल कर वह अंतरिक्ष की गहराइयों को खोजने निकल पड़ा है और उसमे सफ़ल भी हुआ है। कृषि के क्षेत्र मे भी उसने,जो की बहुत महत्वपूर्ण है,बहुत तरक्की करी है। नई -नई तकनीकियों से उसने खाद्य पदार्थों की उत्पादकता को बहुत बढ़ाया है, इस कारण आज हम भरपूर फ़ायदा उठा रहे है। यह सब मानव की मेहनत का ही फ़ल है।मेडिसिन के क्षेत्र मे उसने नई -नई औषिधियों और नई तकनीकियों को ढूँढ निकाला है जिससे मानव जीवन को बचाया जा सके। अभी तो उसको एक लम्बा सफ़र और तय करना है। सफलता उसके कदम चूमेगी और मानव के आत्म विश्वास को बढ़ावा मिलेगा जिससे उसको प्रगति की ओर बढ़ने का प्रोत्साहन मिलेगा।सफलता ही मानव जीवन के उद्देश्य की कुंजी है।


Writer:- Anju Saxena

From:- Delhi, India

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