सफलता की दास्तां - by Jaya Tandon


सफलता की दास्तां लम्बी होती है लेकिन वह धैर्य से ही मिलती है । एक लड़की की मां ने उसे बताया था कि जब तुम छोटीथीं तो हम बहुत गरीब थे । तुम्हारे जन्म पर मैं (उसकी मां) यही सोचती थी कि तुम्हारे लिए दूध और सुंदर कपड़ों की व्यवस्था किस तरह होगी । लेकिन मां पिता ने मिलकर उसे अपनी गरीबी के साथ पाला और अच्छे संस्कारों की दौलत देकर काबिल बनाया । लड़की पराया धन होती है । मां पिता ने कन्या को अच्छे घर मे विदा किया । लड़की सुसंस्कार की दौलत के साथ घर को सजाती है बच्चों का भविष्य संवारती है । बच्चे बडे होकर अपने अपने मन के कार्यों को चुनते हैं । वह स्वास्थ्य हैं समझदार हैं ।अपने माता पिता का सम्मान करते हैं । यह है उस लड़की की सफलता की कहानी , जो लम्बी है, क्योंकि समय रुकता नहीं है । उस लड़की ने भी बच्चों को सुसंस्कार की वही दौलत दी जो उसे अपने मां पिता से मिली थी । तो सफलता की दास्तान चलती रहती है । अपने गुणों के साथ । वह बढती जाती है  अपनी अच्छाई के साथ । लडकी मुस्कुराती है । खुलकर हँसती है । खुश रहती है । दूसरे को दुखी देखकर दुखी भी होती है । लेकिन वह अपनी दुनिया में खुश हैं संतुष्ट है । जरूरत मंद की हर सम्भव सहायता करती है । कभी यादें जब पीछे ले जाती हैं तो देखती है रास्ता झंझावातों से भरा तो था लेकिन पति रुप मे साथी विश्वसनीय था । मुस्कुराहट के साथ वह रास्ता कट गया । तभी तो सुकून है आज । सफल है जिंदगी । सुसंस्कृत दौलत ,विश्वसनीय साथ , के साथ लड़की को  मालूम था क्या करना है ? किसे छोड़ना है। किंतु धैर्य भी रखना है । सफलता के लिए चलते रहना होता है रुकावट  चुनौती होती है जो हमें परखने आती है । किंतु सफलता के लिए विचार शील होकर आगे बढ़ना होता है । समय जो गति का परिचायक है वह थमता नहीं है पहिए की भांति घूमता रहता है और सफलता की हर दास्तान उसमें दर्ज होती जाती है । वह प्रेरित करती है अन्य को और दास्तान फिर चलने लगती है सफलता की । कामयाबी की । उसी धैर्य के साथ । और संतुष्ट करती रहती है । उन सभी को जो चलता रहता  है । थकता नहीं है । कामयाबी विचारशीलता के साथ आगे बढ़ने में  है ।रुके हुए ,ढहरे हुए, पानी में कुछ समय बाद बदबू आने लगती है । फिर वह माहौल को प्रदूषित ही करता है । तो वहीं बहता दरिया  अपनी कामयाबी की दास्तां को दोहराता है वह पूजनीय होता है । वह अमृत होता है । वह जीवन देता है वह पत्थरों को काटकर झरनों की कल कल ध्वनि से जीवन को संदेश देता है । आज हम अनेक व्यक्तियों  को देख रहे हैं कि वह कामयाब बनने के लिए नशा करने लगते हैं वह समझते हैं सफलता यानी खूब पैसा और ऐश आराम जबकि गवाह हैं ऐसे चरित्र भी जिनपर  बेहतर से बेहतर काम करने का नशा होता था और बेहतर करने  का जुनून होता था । उसके पहले उन्हें शांति ही नहीं मिलती थी । लेकिन आज जब कामयाबी को पैसों से तौला जा रहा है तो वह शीध्रकामयाब होने के लिए जीवन को नशे का आदी बना रहे हैं । लेकिन वह यहाँ यह भूल जाते हैं कि वह सफलता स्थाई नहीं होती जो गलत कामों से पाई जाती है । ऐसे शख्स क्या किसी के लिए मिसाल बन सकते हैं ? कामयाबी चरित्र की उत्कृष्टता भी देखती है ।कहा भी गया है कि चरित्र गया तो सब कुछ चला गया । कहा जाता है कि हर कामयाब पुरुषके पीछे एक स्त्री होती है । लेकिन जब तक स्वयं प्रयास रत नहीं हुआ जाएगा तब तक कोई भी किसी की भी सहायता नहीं कर सकता । साधना स्वयं करनी पड़ती है । तभी साधक को सफलता मिलती है । लम्बी तपस्या के बाद ही मिली सफलता मूल्यवान होती है । वह स्थिर होती है । टिकाऊ होती है । उस सफलता से सभी प्रेरणा लेते हैं कामयाब जीवन सफलता की अनेक कहानियां कहता है। सफलता के अनेक निशान वह शख्स छोड़ते हैं जो कामयाबी के प्रति ईमानदार भाव रखते हैं वही इतिहास में भी दर्ज होते हैं । इस तरह छोटी छोटी सफलताऐं कामयाब बनाने मे सहायक होती हैं लेकिन उसके लिए हमें धैर्य और ईमानदार प्रयासों से जुटना होगा ।। कहा भी गया है करत करत अभ्यास के जड़ मति होत सुजान । इतना ही नहीं  लक्ष्य को साधकर उस पर निशाना लगाने से ही सफलता का  मार्ग रौशन होता है । और यह भी सही है कि गलत मार्ग पर चलकर मिली कामयाबी टिकाऊ नहीं होती है । आज कुछ लोग धैर्य को छोड़कर शीघ्र कामयाबी हासिल करना चाहते हैं उसको पाने के लिए वह गलत मार्ग भी चुनते हैं और मार्ग भटक जाते हैं । लेकिन धैर्य और विवेक शीलता के साथ उचित मार्ग का चयन कामयाबी का मार्ग प्रशस्त करता है  ।


Writer:- Jaya Tandon

From:- Varanasi, U.P. (India)

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