अभी तो चलते जाना है - by Shipra Saini


सफलता का बस एक ही पैमाना है

कर्मशील रहते हुए, ये रटते जाना है

अवश्य, अवश्य ,अवश्य ही

हर हाल में सफलता पाना है ।


चेतना का दीप, मन में जलाना है

बाकी सब ,कुछ पल को भूल जाना है

निरंतर, निरंतर, निरंतर ही

प्रयास अथक करते जाना है।


सफलता का द्वार दिन-रात खटखटाना है

संबल धैर्य का, साथ अपने रखना है

आयेगा ,आयेगा, आयेगा ही

राग ये सुना, उस पल को बुलाना है ।


सफलता मिले ,तो सँजो के रखना है

विनम्रता के धागे में, इसे पिरोना है

आगे ,और आगे ,बहुत आगे

अभी तो चलते जाना है।


Writer:- Shipra Saini

From:- Jamshedpur, Jharkhand (India)

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