मेहनत को अपना भाग्य बनाओ - by Laxmi Chetna
हार और जीत की फीकर छोरो,
पहले हाथ मे अपने तलवार तो उठाओं।
ना सोच उस पार जाऐगा कैसे,
पहले समुन्दर मे कस्ती तो उतारो।
चुमेगी सफलता तेरे कदमो को,
जीत की राह तुम अपना खुद बनाओ।
तूफानो मे भी हौसलो की लौ जलनी चहिऐ,
सीतारो से ना सही, जुगनूओ से अपना घर सजाओ।
महको और महकाओ जीवन को,
दुस्मन से भी हाथ दोस्ती का बढाओ।
ना रास्ते मे तलाश कर मंजील को,
हर रास्ते को अपना विजयपथ बनाओ।
हो जो दुनिया के लिऐ नामुमकीन,
तुम कर के उस काम काम को मुमकीन बनाओ।
सफलता का दरवाजा मेहनत कि कुंजी से खुलता है,
कर खुद पर यकीन ,और मेहनत को अपना भाग्य बनाओ।
Writer:- Laxmi Chetna
From:- Tinsukia, Assam (India)
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