जीत अभी बाकी है - by Najeev Jahan
क्या हुआ मंजिल, मिली ना पहली बार
तो क्या छोड़ देगा, करना तु इंतजार
मंजिल, राही के बिना कुछ भी नहीं
जैसे पैमाना कुछ नहीं, सब साकी है
तू हार गया समझ ले, जीत अभी बाकी है
निराश मत होना, चलते रहना राह पर
कब्जा किसी का ना हो, तेरी चाह पर
मंजिल तुझको मिलेगी, साथ तेरे दुआ मां की है
तू हार गया समझ ले, जीत अभी बाकी है
तो फिर उठ, खड़ा हो, लग जा अपने लक्ष्य पर
इधर-उधर मत झांक, ध्यान दे अपने भविष्य पर
साबित करके फिर दिखा दे, तु दुनिया को
जैसे एकलव्य ने आंख, चिड़िया की अभी ताकी है
तू हार गया समझ ले, जीत अभी बाकी है
Writer:- Najeev Jahan
From:- Muradabad, U.P. (India)
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