जीवन है खास - by Vandana Jha
सफलता मिलती नही है
यूँ ही घूमते रहने से गलियारे मे
मशक्कत करनी पड़ती है
घूमना पड़ता है
ज्ञान की कंदराओं मे
सफलता है मंजिल जीवन की
श्रम उसकी कुंजी है
मीठा व्यवहार धन है
तो संघर्ष उसकी पूंजी है
हँसी खुशी संबल है
विश्वास पाथेय है
पर राह बड़ी बेढंगी है
समय पिता हैं
माता धीरज है
नियमो का मक्खन लगाना
समय पर पथ्य खाना
संघर्ष को गले लगाना
सफलता कदम चूमेगी
न मिली तो समझना
कोई बात अधूरी है
फिर उठना
गिरकर सम्भलना
मत समझना मजबूरी है
जब तक आस है
सब कुछ खास है
फिर भी न मिले तो
राह बदलना है
टूटना नही है
बस जो मिल जाए
मंजिल वही है
मत सोचना
कोई कामना अधूरी है
रहना है बिंदास
जीवन है खास
Writer:- Vandana Jha
From:- Raipur, Chhattisgarh (India)
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