पूरा-पूरा जोर लगाओ - by Anand "Amit"
सपनों में खो जाना है तो,
तुम चाहे सोये रह जाओ।
गर सपने पूरे करने हैं,
पूरा-पूरा जोर लगाओ।
अपनों की ख़ातिर सपनों में,
तुमने तारे तोड़े होंगे।
एक एक कर जाने कितने,
धंधे सारे छोड़े होंगे।
हर बार हार कर किस्मत से,
अब सपने टूट चुके होंगे।
गैरों की छोड़ों अब तुमसे,
अपने भी रूठ चुके होंगे।
तुम हार नहीं सकते यूँ ही,
अब खुद में विश्वास जगाओ।
गर सपने पूरे करने हैं,
पूरा-पूरा जोर लगाओ।
नफ़रत सीखी, ईर्ष्या सीखी,
सीखा तुमने झूठ बोलना।
छोटी-छोटी बातों पर भी,
सीखा चप्पल-बूट खोलना।
हिंदी सीखी, इंग्लिश सीखी,
और गणित की सीखी भाषा।
जब बड़े हुए, कुछ नहीं मिला,
तो कुंद हुई हर अभिलाषा।
अब छोड़ो ईर्ष्या, गुस्सा सब,
अब सबको तुम प्यार सिखाओ।
गर सपने पूरे करने हैं,
पूरा-पूरा जोर लगाओ।
हर मुश्किल हर बाधाओं से,
अब टकराना होगा तुमको।
मन में अटूट विश्वास लिए,
संकल्प उठाना होगा तुमको।
चाहे जहाँ मिले अब मंजिल,
ढूँढ उसे अब लाना ही है।
करके कठिन परिश्रम यारों,
खुद को सफल बनाना ही है।
किसे सफलता सहज मिली है ?
लोगों मुझको जरा बताओ।
गर सपने पूरे करने हैं,
पूरा-पूरा जोर लगाओ।
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