भारत की बेटी - by Mithilesh Tiwari "Maithili"
भारत की बेटी
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बेटी हूँ मैं भारत माता की
चरणों में शीश झुकाती हूँ ।
प्रण विजयी विश्व तिरंगे की
करती नित ही अगवानी हूँ ।।
अक्षुण अस्मिता मातृभूमि की
रहे सदा जतन यही करती हूँ ।
परवाह न सरहद में शीश की
ऐसे कुल-वीरों की कुर्बानी हूँ ।।
आँख उठे अगर दुश्मन की
उसको यूँ सबक सिखाती हूँ ।
याद दिलाती सनसत्तावन की
वो वीरांगी झांसी की रानी हूँ ।।
मन में बसी देश-भक्ति की
सरस मधुर धुन गाती हूँ ।
रंग स्वदेशी केसरिया की
मैं तो पावन प्रेम दीवानी हूँ ।।
घड़ी है यह स्वतंत्र जश्न की
खुशियों के फूल खिलाती हूँ ।
भरे उमंग वतन परस्ती की
जनजगृति लाने की ठानी हूँ ।।
हो न चूक अब किसी तरह की
यही चिर अभिलाषा करती हूँ ।
मिले राह पुनः विश्व -गुरु की
रखतीे सोच ये स्वाभिमानी हूँ ।।
- मिथिलेश तिवारी 'मैथिली'
प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)
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