हम भारत माँ के लाल हैं - by Chhaganlal Mutha


हम भारत माँ के लाल हैं

-

हम भारत माँ के लाल हैं,

अब नहीं किसी के गुलाम हैं।

जो शहीद हुए हैं देश की खातिर,

उन वीरों को सलाम हैं।


कई शहीदों ने कुर्बानी देकर,

ये अनमोल आजादी पाई है।

इंकलाब जिंदाबाद कहकर,

हँसते-हँसते गोली खाई है।


उन माँ के लालों की यादें,

दिल में बसाकर रखना है।

देश के गद्दारों से अपने,

वतन को बचाकर रखना है।


सबसे सुनहरा दिन इतिहासिक,

१५ अगस्त १९४७ आजादी का।

शान से फहराया तिरंगा,

टुटा होगा जंजीर गुलामी का।


दोस्ती का कोई हाथ बढ़ाए,

गले लगा ही लेना है।

अगर कोई आँख दिखाए,

मजा चखा ही देना है।


हम कितने खुशनसीब है,

हम आजाद भारत के वासी हैं।

सत्य अहिंसा के पुजारी,

हम सच्चे हिंदुस्तानी हैं।


हम हिंद के सैनिक हैं,

नहीं किसी से 'मुथा' डरना है।

सदा आजाद रहे वतन हमारा,

यही संकल्प करना है।


- छगनलाल मुथा

सान्डेराव, ऑस्ट्रेलिया

No comments

Powered by Blogger.