तिरंगे की अपनी शान है - by Prakash Mangar
तिरंगे की अपनी शान है
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लहराती रहती हर जगहों पर,
जहाँ पे इसका मान है।
आपदा में भी झुकती नहीं वह,
तिरंगा की अपनी शान है।
दुश्मनों के गंभीर प्रहार से,
तिरंगा कभी टूटता नहीं।
लाख प्रयास करें दुश्मन चाहे,
झुकाए कभी वह झुकता नहीं।
चले जो प्रलय आँधी-तूफान,
उखाड़े कभी वह उखड़ती नहीं।
अडिग है ऊँची हिमशिखर पर,
डटी है युद्ध के मैदानों पर।
हौसला देती उन वीरों को,
शहीद होते जो वतन के नाम पर।
जग के हर कोने में इसको,
स्वयं पर बड़ा अभिमान है।
देश के वीर सपूतों से ही,
तिरंगे की अपनी शान है।
- प्रकाश मंगर
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